
रामनगर (पंजाब) के 22 साल के युवक को सोमवार को सुबह करीब 11 बजे सिटी सिविल अस्पताल से छुट्टी मिल गई। 18 दिन से वह आइसोलेट था। रविवार को उसकी सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों व स्टाफ कर्मियों ने तालियां बजाकर उसे विदाई दी। एंबुलेंस में बैठाकर हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर पंजाब स्वास्थ्य विभाग की टीम के हवाले किया। बॉर्डर पर पंजाब के डॉक्टरों ने केस हिस्ट्री ली और उत्साहित नजर आ रहे पुलिस कर्मियोंने इस मौके को वीडियो में कैद किया। गुरप्रीत को लेकर उसके पिता पहुंचे थे। गुरप्रीत का इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना था कि गुरप्रीत जब यहां भर्ती हुआ था वह घबराया हुआ था। परिवार दूर था। धीरे-धीरे वो सहज हो गया था। 19 मार्च को नेपाल से लौटा पंजाब का यह युवक अम्बाला का पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज रिकॉर्ड हुआ।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई हो
अस्पताल स्टाफ ने अच्छा व्यवहार किया। गुस्सा उन लोगों पर जो वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालते थे कि मेरी तबीयत खराब हो गई है। मैं ठीक हुआ क्योंकि मैंने वैसा ही किया-जैसा डॉक्टरों ने कहा। रोजाना 5-6 घंटे परिवार से मोबाइल फोन पर बात होती थी, जहां से हौसला मिलता रहा।
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