
कैंट के पुराने वार्ड नंबर 4 और वार्ड 22 में राशन डिपो नहीं है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का वार्ड 4 से खन्ना डिपो चलता था, लेकिन संचालक का एक साल पहले निधन हो गया। वहीं, वार्ड 22 में मित्तल डिपो संचालक का डिपो विभाग ने कैंसिल कर दिया था। दोनों वार्ड के कार्ड धारक अब राशन लेने के लिए पुल चमेली पर आयुष डिपो की दौड़ लगाते हैं। अकेला डिपो धारक 600 कार्ड धारकों को राशन वितरित करता है। इसलिए बुधवार को यहां एक चौक से दूसरे चौक तक लंबी कतार लगी थी। ऐसे में लाॅकडाउन टूट रहा है और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने दूसरे इच्छुक लोगों को डिपो अलॉट करने की प्रक्रिया तक शुरू नहीं की है।
हालांकि खाद्य विभाग दावा कर रहा है कि जहां दिक्कत आती है तो राशन घरों तक बांटने का काम भी किया जा रहा है। इस बार डिपो पर करीब 70 किलो चीनी कम आई है। इसलिए चीनी न मिलने पर लाेगाें काे लौटना पड़ रहा है।
कैंट के इन एरिया में दिक्कत
- पुराने वार्ड नंबर 22 के आयुष डिपाे के अंतर्गत- चिड़ीमार माेहल्ला, खुमरान माेहल्ला, मीना मल का अहाता, सराफा बाजार, बर्तन बाजार, कसेरा बाजार, सब्जी मंडी, धोबी मंडी, किरची-मिरची प्याऊ, पुल चमेली, बनारसी दास का अस्तबल, कबाड़ी बाजार।
- वार्ड 21 में मित्तल डिपाे के अंतर्गत- भूसा मंडी, ज्वाला दीन की मंडी, ताेता मंडी, सिकलीगर माेहल्ला, सदर बाजार थाने के सामने का एरिया, काेतवाली मोहल्ला।
- वार्ड 4 से कैंसिल खन्ना डिपाे के अंतर्गत- बंगाली माेहल्ला, काेरी मंडी, जयराम की मंडी समेत अन्य एरिया।
- जहां डिपो बंद हुए हैं वहां अभी नया डिपो देने की प्रक्रिया शुरू नहीं की है। सार्वजनिक सूचना को लॉकडाउन के बाद जारी किया जाएगा। पुल चमेली पर सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन है, जो लोग हमसे राशन नहीं मिलने की जानकारी देते हैं उनके घर राशन पहुंचाया जा रहा है। पोर्टिबिलिटी बंद होने से थोड़ी दिक्कत आई थी जिसका समाधान कर दिया है। दीपक कुमार, फूड इंस्पेक्टर, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, अम्बाला कैंट।
18 मार्च को विभाग ने बंद की थी पोर्टिबिलिटी
खाद्य विभाग मुख्यालय ने पोर्टिबिलिटी सिस्टम में गड़बड़ी के चलते इसे 18 मार्च को बंद कर दिया। इसके तहत कोई भी कार्ड धारक अपने नजदीक के डिपो से राशन ले लेता था जिसे बंद कर दिया। पोर्टिबिलिटी से कैंट में 300 ऐसे कार्ड धारक हैं जो ज्यादा परेशान हैं। उदाहरण के तौर पर सिटी के सौंडा, कैंट के गांव दुबली, साहा के राशन कार्ड का नाम कैंट के राशन कार्ड की पाॅइंट ऑफ सेल मशीन में दर्शा रहा है, लेकिन विभाग ने इसका समाधान यह किया है कि जिस डिपो के पास राशन कार्ड धारक जाएगा, वही डिपो संचालक दूसरे डिपो से राशन उठाकर लाएगा और राशन देगा। इससे कार्ड धारक को भटकना नहीं पड़ेगा।
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