कंटेनमेंट जोन में आए ग्रामीणों को अपनी कम, पड़ोसियों की चिंता ज्यादा

जिले के दोनों कंटेनमेंट जोन में आए ग्रामीण अपनी कम बल्कि पड़ोसियों की चिंता ज्यादा कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के हेल्प लाइन नंबर 01250222333 पर लोग फोन कर आस पड़ोस के लोगों को खांसी जुकाम होने की सूचना देकर अस्पताल में भर्ती करने के लिए बोल रहे हैं। यह ग्रामीण एक तरह से आरोग्य सेतू का काम कर रहे हैं।
हेल्प लाइन नंबर पर पिछले 3 दिन में करीब 70 कॉल आई हैं। जिनमें से मात्र 10 लोगों ने अपने लिए खांसी जुकाम की दवाइयां मांगी हैं। बाकि सभी कॉल दूसरों की बीमारी बताने या पॉजिटिव मरीजों की जानकारी लेने के लिए ही आ रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने लॉकडाउन के दौरान हेल्प लाइन नंबर 01250222333 जारी किया था। इस पर फोन करके कोई भी ग्रामीण या शहरी चिकित्सकों की मदद ले सकता है। फोन करते ही टीम घर आएगी और दवाइयां देगी। अगर जरूरत पड़ी तो अस्पताल ले जाकर वापस छोड़कर जाएगी। मगर अब इन नंबरों पर स्वास्थ्य संबंधी मदद के लिए कम ही फोन आ रहे हैं जबकि अजीबोगरीब कॉल ज्यादा आ रही हैं।

पड़ोस में खांसी और जुकाम है तो भी शिकायत दे रहे ग्रामीण
हेल्प लाइन नंबर इंचार्ज ने बताया कि हररोज उनके पास ग्रामीणों की ज्यादा कॉल आ रही हैं। यह ज्यादातर कॉल कंटेनमेंट क्षेत्र से आ रही हैं। जहां के लोग अपनी समस्या कम और दूसरों की ज्यादा जानकारी दे रहे हैं। कंटेनमेंट जोन के लोग खांसी जुकाम होने वाले लोगों की शिकायत कर सूचना दे रहे हैं कि इन्हें जल्द उठा ले जाओ इसे कोरोना हो सकता है। यहीं नहीं अगर कोई गांव से बाहर भी गया है तो उसकी भी शिकायत हेल्प लाइन नंबर पर दे रहे हैं।

हेल्प लाइन नंबर पर कोराेना मरीजों के गांव व कंटेनमेंट जोन के ग्रामीणों की ज्यादा कॉल आ रही हैं। सभी एक ही सवाल पूछते हैं कि इस जोन में कितने पॉजिटिव केस हो गए हैं। जो पॉजिटिव केस हैं उनका स्वास्थ्य कैसा है। कुछ खा पी रहा है या नहीं। ऐसे अजीब सवालों के भी विभागीय कर्मचारियों को मजबूरीवश जवाब देने पड़ रहे हैं।

मरीजों का हाल पूछने को आई कॉल : डिप्टी सीएमओ

डिप्टी सीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ. चंचल तोमर ने कहा कि कंटेनमेंट जोन से अब तक हेल्प लाइन नंबर पर करीब 70 कॉल आ चुकी हैं। इनमें से मात्र 10 कॉल ही ऐसी थी जिन्होंने खांसी जुकाम होने पर दवाइयों की मांग रखी थी। बाकि कॉल पॉजिटिव मरीजों का हालचाल पूछने व आस पड़ौस में खांसी जुकाम के मरीजों की शिकायत देने के आ रहे हैं।



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