
करनाल जिले में पिछले 11 दिनों से कोरोना का कोई भी पॉजिटिव मरीज नहीं आया है। अगले 3 दिन कोरोना वायरस का कोई पॉजिटिव केस नहीं आया तो कंटेनमेंट क्षेत्र में भी लोगों को राहत मिल जाएगी। हालांकि फिलहाल वहां पर लोगों के आवागमन पर रोक लगा रखी है। अच्छी खबर यह है कि कंटेनमेंट एरिया के जितने भी सैंपल लिए गए थे सभी की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।
डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि आने वाले दिनों में यदि कोई पॉजिटिव केस नहीं आया तो अपना करनाल जल्दी ही ग्रीन जोन में आ जाएगा। उधर, पानी में दाखिल रसूलपुर के युवक अजय की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। रसूलपुर का अजय कंबाइन पर काम करता है और एमपी से 16 अप्रैल को पानीपत पहुंचा था। वहां जांच में इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पानीपत में इसका इलाज चल रहा था। अब रिपोर्ट निगेटिव आने से करनाल प्रशासन ने राहत की सांस ली। इसके परिवार के नौ लोगों की पहले ही निगेटिव रिपोर्ट आ चुकी है।
कोरोना के 61 मरीजों की जांच रिपोर्ट पेंडिंग
डीसी निशांत कुमार यादव ने सिविल सर्जन की रिपोर्ट के अनुसार बताया कि जिले में कोरोना से संदिग्ध कुल 732 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए। इनमें से 665 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 61 की रिपोर्ट आना शेष है। सिविल सर्जन डाॅ. अश्विनी आहुजा ने कोविड-19 की स्थिति के बारे में बताया कि जिला में अब तक विदेश से आए यात्रियों की संख्या 1225 हो चुकी है, जिनमें से 1012 व्यक्ति 28 दिन या इससे अधिक दिनों का सर्विलांस समय पूरा कर चुके हैं।
213 व्यक्ति अभी सर्विलांस पर हैं। करनाल में अब तक 6 मरीजों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 5 की अस्पताल से छुट्टी हो चुकी है। रसीन निवासी ज्ञान सिंह की पीजीआई में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
कोरोना की ओपीडी में 200 के करीब मरीज आ रहे प्रतिदन
मेडिकल कॉलेज की कोरोना की ओपीडी में 200 के करीब मरीज आ रहे हैं। जिन मरीजों को ज्यादा खांसी, जुकाम और बुखार की दिक्कत है, उनके ही सैंपल लिए जा रहे हैं। सीएचसी और पीएचसी के डाॅक्टर घरों में जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं। 23 मोबाइल डिस्पेंसरी भी लोगों की जांच में लगी हुई है। इसमें डाॅक्टर गांवों में जाकर लोगों की स्वास्थ्य की जांच करते हैं और उन्हें दवाइयां दे रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने करनाल की व्यवस्था को देखा
केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की 3 सदस्यीय टीम ने करनाल में आकर कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज मेंकाेराेना काे लेकर किए इंतजामों का निरीक्षण किया। इस टीम में केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर जनरल डॉ. अनिल, डाॅ. जेके सैनी व डाॅ. गविश ने कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज और कंटेनमेंट जाेन का भी दाैरा किया। टीम में फेफड़ों, लेबोरेट्री और जनरल माइक्रो प्लानिंग के स्पेशलिस्ट शामिल थे। टीम के सदस्य करीब चार घंटे रहे। टीम ने जनवरी से लेकर से लेकर अब तक की तैयारियाें, काेराेना संक्रमण राेकने काे लेकर उठाए गए कदमों व स्ट्रेटेजी के बारे में जानकारी ली।
हम सावधानी रखेंगे तो कोरोना फ्री होगा जिला
करनाल में स्थितियां सुधर रही हैं, क्योंकि 11 दिन से किसी नए केस की पुष्टि नहीं हुई है। जिला प्रशासन के अलावा हर व्यक्ति लॉकडाउन के दौरान सहयोग कर रहा है। डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि हिदायतों व लॉकडाउन का पालन करें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें और मास्क व सेनिटाइजेशन पर ध्यान रखें तो हमारा करनाल कोरोना फ्री होगा। कंटेनमेंट जोन रसीन, बिरचपुर, रसूलपुर, अशोका कॉलोनी में 12 अप्रैल के बाद से कोई नया कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है।
अभी रैपिड टेस्ट किट के इस्तेमाल पर रोक लगाई
करनाल जिले को 500 रैपिड टेस्ट किट मिली थी। प्रशासन ने इनके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इसके अलावा कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज ने 70 वेंटिलेटर की डिमांड भेजी थी। इनमें 30 वेंटिलेटर की डिलीवरी मई और जून में आने की संभावना है। तीन किस्तों में वेंटिलेटर आएंगे।
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