जिले का 33वां मरीज ठीक हाे गया है। ये वहीं मरीज है 4 मई काे पाॅजिटिव मिला था, लेकिन जब विभाग की टीम उसे लेने गई ताे वह उससे पहले ही जयपुर में भाग गया था। इसके बाद वहां के स्वास्थ्य विभाग ने पानीपत सीएमओ ने तत्कालीन डीसी के माध्यम से यहां से संदेश भिजवा दिया था। सीएमओ डाॅ. संतलाल वर्मा ने बताया कि 4 मई काे पानीपत सब्जी मंडी का आढ़ती की लेबर का 25 साल का लेबर कोरोना संक्रमित निकला था। सब्जी मंडी से मिलने वाला वह जिले का पहला केस था। लेकिन जब उसके विभाग टीम लेने गई ताे वाे दिए गए पते पर नहीं मिला और फाेन भी बंद कर लिया था। अगले दिन वाे नहीं मिला था। फिर पता चला था कि वह ताे 2 मई काे सैंपल देने के बाद ही यहां से निकल गया था। लेकिन 5 मई काे सूचना मिली थी कि वह जयपुर के अस्पताल में एडमिट हाे गया है। तब से लेकर उसका इलाज वहीं से चल रहा था। साेमवार काे उसकी जयपुर अस्पताल से छुट्टी मिली है।
88 सैंपल भेजे गए हैं
सीएमओ डाॅ. संतलाल वर्मा ने बताया कि जिले में कोविड-19 के कुल 3771 सैंपल अभी तक लिए गए हैं। इसमें से 3593 की रिपोर्ट निगेटिव मिली हैं। वहीं सोमवार को 88 सैंपल भेजे गए हैं। जिले के कुल 33 केस ठीक हाे चुके हैं। दाे युवक और एक युवती की माैत काेराेना से हाेे चुकी है। अब जिले में 17 मई से 24 मई तक मिले 18 एक्टिव केसाें का इलाज खानपुर अस्पताल से चल रहा है।
इमरजेंसी के लिए दूसरा सैंपलिंग बूथ तैयार
सिविल अस्पताल में डाॅक्टराें और लैब टेक्नीशियिनाें की सेफ्टी काे देखते हुए दूसरा सैंपलिंग बूथ बनाकर तैयार कर दिया हैं। क्याेंकि आने वाले समय में काेई भी इमरजेंसी आ जाए या ज्यादा सैंपल करने पड़े, इसलिए इसे दूसरी टीम के लिए बनाया गया हैं। वहीं डाॅक्टराें का कहना है कि हाे सकता हैं सैंपलिंग का दूसरा सेंटर समालखा में बना सकते हैं ताकि उसे एरिया के सैंपल वहीं हाे सके। उनकाे सिविल अस्पताल में न लाना पड़े। हालांकि अभी ये सिविल अस्पताल में ही है। विभाग ने इस बारे में अभी तक तय नहीं किया है।
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