
लॉकडाउन में बिजली मंत्री ने आदेश दिए थे कि लेट बिल भरने पर कोई जुर्माना नहीं लिया जाएगा। इसके बाद भी बिजली निगम के अधिकारी इसको नजरअंदाज कर देरी से बिल भरने वालों से जुर्माना वसूल रहे हैं। कई उपभोक्ता अपने एरिया के एसडीओ से संपर्क बनाए हैं, जिससे वे बिल को ठीक करा सकें। कैश काउंटर पर बिल जमा करा दें।
जगाधरी के रहमान ने बताया कि उनका बिल 1280 का है। लॉकडाउन में वे बिल जमा नहीं करा सके क्योंकि सरकार की ओर से ऑनलाइन जमा कराने के लिए कहा गया था। वे इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते। वे चार मई को काउंटर पर बिल जमा करने गए तो उनसे जुर्माना की राशि भी मांगी गई। उन्होंने कहा कि ये गलत है। सरस्वती नगर के रामकुमार ने बताया कि उनका बिल 3520 रुपए आया था। वह कैश काउंटर पर गया तो उसने जुर्माना के साथ बिल की राशि ली। खिजराबाद एरिया में जो लोग बिल समय पर नहीं जमा करा सके, उनसे पैनल्टी के साथ बिल लिया गया।
अपनी घोषणा पर अमल नहीं कर रही सरकार | रादौर के समाजसेवी धर्मपाल सैनी ने बताया कि सरकार की ओर से 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। 31 मार्च को अंतिम तारीख थी। 4 मई को बिजली निगम ने उपभोक्ताओं को बिजली के बिल भरने के लिए कैश काउंटर खोले हैं जहां बिजली के बिल के साथ उपभोक्ताओं से जुर्माना वसूला जा रहा है।
इस तरह का कोई आदेश नहीं | एसडीओ बिजली निगम रादौर एसएस धारीवाल ने बताया कि बिजली के बिलों पर जुर्माना राशि न वसूलने का आदेश निगम की ओर से नहीं दिया गया है।
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