अखिल भारतीय बीएसएनएल एंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर जिला इकाई के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को टेलीफोन केंद्र नारनौल में सोशल डिस्टेंस बनाकर एक दिवसीय धरना देकर रोष जताया।
इस मौके पर धरने को संबोधित करते हुए यूनियन के जिला सचिव रमेशचंद ने बताया कि केंद्र सरकार ने 23 अक्टूबर 2019 को बीएसएनएल व एमटीएनएल के पुनरुद्धार पैकेज के लिए 69 हजार करोड़ रुपए की घोषणा की थी, जिसमें 4जी स्पैक्ट्रम बीएसएनएल को देना भी शामिल था।
8 महीने बीत जाने के बाद भी केवल वीआरएस को लागू करने के सिवाय कोई दूसरे पुनरुद्धार पैकेज के मुद्दे लागू नहीं किए हैं। इसलिए बीएसएनएल की मांग है कि 4जी सेवा तथा दूसरे पुनरुद्धार पैकेज जल्द से जल्द लागू किए जाएं। इसके साथ ही कर्मचारियों को समय पर वेतन दिया जाए। ठेका कर्मचारियों का 12 महीने के बकाया वेतन का तुरंत भुगतान किया जाए। आउससोर्सिंग के माध्यम से ठेका श्रमिकों की छटनी पर रोक लगाई जाए।
अगर कोविड-19 की वजह से किसी कर्मी की मौत हो जाती है तो उनके आश्रितों को 10 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाए। कर्मचारियों का भी ग्रुप टर्म इंश्योरेंस शुरू किया जाए। कर्मचारियों के वेतन से एलआईसी प्रीमियम की काटी गई राशि को जमा करवाया जाए। सातवें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों को बीएसएनएल कर्मचारियों पर लागू किया जाए। इस अवसर पर राजेंद्र प्रसाद, दीवान सिंह व हजारीलाल समेत अनेक बीएसएनएल कर्मचारियों ने धरना दिया।
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