माॅनसून के दौरान ऊंची लहरें और भारी बरसात है तो घर पर ही रहें, माॅनसून सीजन में बाढ़ को लेकर सरकार ने जारी की एडवाइजरी

आगामी माॅनसून के दौरान संभावित बाढ़ की स्थिति के मददेनजर हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने भी बाढ़ के दौरान प्रतिकूल प्रभावों से बचने के लिए क्या करना है और क्या नहीं करना है पर आम जनता के लिए एडवाजरी जारी की है। बाढ़ की आंशका से पूर्व लोग नालियों में कूड़ा, प्लास्टिक की थैलियां, प्लास्टिक की बोतलें न रखें।

यदि ऊंची लहरें और भारी बारिश एक साथ हों तो घर पर रहने की कोशिश करें। ऐसे सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के समय यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक व्यक्ति के पास लालटेन, मशाल, कुछ खाने-पीने का सामान, सूखे कपड़े और आवश्यक दस्तावेज साथ में हों। प्रत्येक परिवार के सदस्य के पास पहचान पत्र हो व कीमती सामान घर के किसी ऊंचे स्थान पर रखें।

यह करना होगा

  • बिजली और गैस उपकरणों को बंद करें और मेन स्विच बॉक्स के लिवर को ऑफ कर दें।
  • अपने साथ आपातकालीन किट ले जाएं और अपने दोस्तों और परिवार को बताएं कि आप कहां जा रहे हैं।
  • बाढ़ के पानी के संपर्क से बचें क्योंकि यह मल, तेल, रसायन या अन्य पदार्थों से दूषित हो सकता है।
  • खड़े पानी में चलना है तो एक पोल या छड़ी का उपयोग करें ताकि गहरे पानी, मैनहोल या अन्य पानी निकासी में आपका पैर न जाए।
  • बिजली की लाइनों से दूर रहें क्योंकि विद्युत प्रवाह पानी के माध्यम से हो सकता है और ऐसी स्थिति में बिजली निगमों को रिपोर्ट करें।
  • बाढ़ के बाद अगर बाहर निकलना पड़े तो जमीन और फर्श को अच्छी तरह से जांच लें क्योंकि इसमें टूटी हुई बोतलें, तेज वस्तुएं आदि शामिल हो सकते हैं।
  • छत गीली है और सीलिंग फैन के प्वांइट में पानी का रिसाव हो तो उसके नीचे एक बाल्टी रखें और पानी के दबाव को कम करने के लिए छत में एक छोटा छेद करें।
  • पानी के भराव वाले कमरों में जितना संभव हो उतना पानी निकालने के लिए बाल्टी, साफ तौलिये और मोप का उपयोग करें

यह नहीं करना

  • बहते पानी में न चलें क्योंकि पानी के बहाव की धारा भ्रामक हो सकती हैं और तेज गति से पैरों का संतुलन बिगाड़ सकता है।
  • तेज बहते पानी में न तैरें और न ही पानी में किसी वस्तु का सहारा लें क्योंकि इससे वस्तु के साथ आप बह सकते हो।
  • बाढ़ वाले क्षेत्र से ड्राइव न करें क्योंकि अचानक आने वाले पानी का अंदाजा नहीं लगेगा।
  • बाढ़ के पानी में ड्राईविंग करने से आस-पास की संपत्ति को भी नुकसान पहुंच सकता है।
  • बाढ़ के पानी के संपर्क में आने वाले किसी भी भोजन का सेवन न करें।
  • बिजली की आपूर्ति को फिर से कनेक्ट न करें जब तक कि एक योग्य इंजीनियर द्वारा इसकी जांच नहीं की जाती।
  • गैस लीक के लिए सतर्क रहें, धूम्रपान न करें, मोमबत्ती, लालटेन या किसी भी तरह खुली लपटों का उपयोग न करें।
  • बाढ़ के दौरान किसी भी तरह का कीचड़, ब्रश इत्यादि को एक स्थान पर एकत्रित न करें।
  • छत के गीले होने पर कभी भी सीलिंग फैन व अन्य चीजों को चालू न करें और ढहती हुई छत से दूर रहें।
  • कभी भी टीवी, वीसीआरएस, सीआरटी टर्मिनलों या अन्य बिजली के उपकरणों का उपयोग गीले फर्श, कंक्रीट पर खड़े होकर न करें।
  • अपने वैक्यूम क्लीनर का उपयोग करके खड़े पानी को हटाने का प्रयास न करें।
  • बेसमेंट में खड़े पानी को जल्दी-जल्दी न निकालें क्योंकि यदि पानी का दबाव बहुत जल्द कम हो जाता है तो यह बुनियाद में जाने से दीवारों पर दबाव डाल सकता है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
माॅनसूनी हवाओं पानीपत में दस्तक दे दी है। प्रतीकात्मक फोटो


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2BCcKJQ
via IFTTT