प्रणामी मिशन के प्रमुख स्वामी सदानंद महाराज ने लेडीज मार्केट स्थित लाला लखीराम धर्मशाला में आयोजित सत्संग समारोह के दौरान श्रद्धालुओं को धर्मलाभ देते हुए प्रार्थना के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि जब-जब विश्व पर विपदा आई है तब-तब प्रभु की प्रार्थना से ही उसका निदान हुआ है। स्वामी जी ने कहा कि मनुष्य को हर हाल में प्रभु का शुक्र करना चाहिए एवं भक्ति में समर्पण करना चाहिए। हृदय से की गई प्रार्थना प्रभु अवश्य स्वीकार करते हैं। प्रभु दया और प्यार का सागर है। परमात्मा की रची हुई सारी सृष्टि में उसी का नूर है। ब्राह्मण, वैश्य, क्षत्रिय और हरिजन सभी इसकी संतान है। उन्होंने कहा कि नारी बेटी, बहन, प|ी, मां हर रूप में पूज्य है। जैसे एक मां संतान को पिता के बारे में जानकारी देती है वैसे ही सतगुरु अपने शिष्यों को पूर्ण ब्रह्म परमात्मा की जानकारी देते है। शरीर के लिए जैसे भोजन आवश्यक है वैसे ही आत्मा के कल्याण के लिए भजन व सिमरण आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि गुरु के शरीर व शान से नहीं बल्कि शब्दों से जुड़ना चाहिए। इस मौके पर विजय सदलपुरिया, वरुण गर्ग, अनिल बंसल, महादेव, सुभाष, अशोक बंसल, महादेव, बंशीधर शर्मा, अशोक कथूरिया, पंकज, शारदा, उषा, सरिता, सुशीला सहित अनेक उपस्थित थे।
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