
(अनिल भारद्वाज)लॉकडाउन जहां कोरोना को हराने के लिए अहम रहा, वहीं कुछ परिवारों में एक साथ रहने से कलह भी बढ़ रहा है। कहीं पत्नी पति से परेशान हो गई है और कहीं सास-बहु की लड़ाई ने घर में टेंशन बढ़ा दी है। यह शिकायतें महिला पुलिस हेल्पलाइन नंबर 1091 पर पहुंच रही हैं। रोजाना 10 सूचनाएं दर्ज हो रही हैं। 24 मार्च से अब तक ऐसी 115 महिलाओं ने हेल्पलाइन नंबर पर इंसाफ मांगा है। पुलिस का कहना है कि इनकी सुनवाई लॉकडाउन के बाद ही होगी। घरेलू छोटी-छोटी बातों पर तकरार इतनी बढ़ी है कि पुलिस के बगैर इनका समझौता नहीं हो रहा है।
जिले में क्राइम का ग्राफ गिर गया है, लेकिन घरेलू झगड़े बढ़ गए हैं। दुर्घटनाएं नहीं हो रही हैं। जिले में लॉकडाउन से पहले रोजाना 40 एफआईआर दर्ज होती थी, अब लॉकडाउन के उल्लंघन के अलावा कोई शिकायत दर्ज नहीं हो रही है। ऑनलाइन भी औसतन दिनों से 2 प्रतिशत ही शिकायत आई है। पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 1091 पर कई फर्जी कॉल भी आती हैं। कोई इसमें शराब निकालने की सूचना देते हैं तो कोई शराब बेचने की। जबकि इन लोगों को समझाया जाता है कि यह सूचना पुलिस के कंट्रोल नंबर 100 पर दें। इस नंबर पर सिर्फ महिलाओं को हेल्प की जाती है।
लॉकडाउन के बाद होगी सुनवाई
महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 पर हर तरह की सूचनाएं आ रही हैं। जो कॉल इमरजेंसी होती है उसको हैंडल किया जाता है। शेष को लॉकडाउन के बाद हल किया जाएगा। महिलाएं पति, सास सहित परिवार के अन्य लोगों से परेशान करने की सूचनाएं देती रहती हैं। -इंस्पेक्टर कविता, महिला थाना करनाल।
दो केस : इन दो मामलों से समझिए किस तरह की आ रहीं शिकायतें
- सास हर काम में टोकती है और पसंद की चीजें भी नहीं बनाने देती
शहर की एक महिला ने फोन किया कि उसकी शादी को चार माह हुए हैं। सास ने इतना परेशान कर दिया है कि हर काम में टोकती है और खाने पीने की चीजें बनाने से भी रोकती है। लड़ाई से बचने के लिए बहुत प्रयास कर लिए हैं। लेकिन अब जीना मुश्किल हो गया है। इस तरह की इमरजेंसी कॉल पर पुलिस मौके पर पहुंची। महिला के पति ने कहा कि इन दोनों की आपस में नहीं बनती। वह समझाने से भी नहीं मानती।
- पोछा लगाने के बाद पति दूसरे कमरे में गया तो पति-पत्नी में विवाद
महिला ने फोन किया कि उसके पति मारपीट करते हैं। उस पर कार्रवाई की जाए। दिन में चार-पांच बार लड़ाई होती है। उसके पति का मोबाइल नंबर लेकर पुलिस ने बात की तो उसने बताया कि पत्नी काे पोछा लगाए 10 मिनट हो गए थे। पत्नी कहती है कि जब तक पोचा सूख नहीं जाता तब तक दूसरे कमरे में नहीं जाना है। दूसरे कमरे में उसका मोबाइल था। इसलिए फोन लेने जाना पड़ गया। पुलिस ने दोनों को शांत करवाया।
एक्सपर्ट:टोंट मारे तो करें अनदेखी
महिला काउंसलर ऊषा रानी बताती है कि घरेलू छोटी-छोटी बातें होती हैं। इन पर सीरियस होने की जरूरत नहीं है। इन रूटीन बातों को जो सीरियस ले जाता है, उनका विवाद बहुत देरी से हल होता है। घर के बाहर 500 रुपए का अतिरिक्त खर्च कर देते हैं, लेकिन घर में 10 रुपए अतिरिक्त खर्च होने पर सास-बहु लड़ाई कर लेती हैं। परिवार के मुखिया को चाहिए कि जिसकी गलती हाे तुरंत बता दे।
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