ये समय चुनौतियों भरा है, 24 घंटे अलर्ट रहना पड़ता है, टीम के साथ शहर की निगरानी में रहते हैं, ताकि कोई भी भूखा न रहे

कोरोना को हराने के लिए दो तहसीलदार ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर शहर में निगरानी रखे हुए हैं। इनके पास रात के 11 बजे या 12 बजे आने वाली कॉल का भी तुरंत समाधान करवाने के लिए संबंधित टीम को अलर्ट करते हैं। ऐसे कोरोना योद्धा करनाल तहसीलदार राजबख्श और इंद्री के तहसीलदार दर्पण कांबोज हैं। सोशल डिस्टेंस के साथ वह टीम और लोगों को जागरूक करते हैं। इनका कहना है कि ये समय चुनौतियों भरा है। कोरोना को हराने के लिए वह 24 घंटे वर्किंग करने को तैयार रहते हैं। परिवार के लोग भी सपोर्ट करते हैं।

कोरोना को हराने के लिए बेहतर कार्य करना ही सच्ची सेवा है:राजबख्श

ड्यूटी मजिस्ट्रेट राजबख्श बताते हैं कि फिल्ड में वह पब्लिक को कोरोना से बचाव के लिए और घर में परिवार को बचाने के लिए पूरी सावधानी बरत रहे हैं। रात को घर जाने से पहले ही फोन कर देते हैं कि लोवर और टीशर्ट बाहर रख दो। नहाकर बच्चों के पास जाते हैं। रात के 12 और एक बजना रूटीन है। सुबह 5 बजे फोन बजने शुरू हो जाते हैं। उनके पास सिविल लाइन थाना, मार्केट, क्लस्टर होम में खाना पहुंचाना, रिपर वालों को परमिशन सहित अन्य जिम्मेदारियां हैं।

रूटीन से ज्यादा वर्क है, लेकिन वह मेहनत करने से संतुष्ट हैं। कोरोना महामारी में बेहतर कार्य करना ही सच्ची ड्यूटी है। हमारी मेहनत से पब्लिक की समस्या हल हो जाती है। कोरोना को हराना जरूरी है। यह तभी हाे सकता है, जब अधिकारियों के साथ-साथ पब्लिक भी साथ दे।

परिवार के लोग चिंतित रहते हैं, लेकिन ड्यूटी सर्वोपरि हैः दर्पण कांबोज

ड्यूटी मजिस्ट्रेट दर्पण कांबोज बताते हैं कि एक बार घर से निकल लेते हैं तो दोबारा जाने का टाइम नहीं लगता। रात को 10 बजे घर जाते हैं और गर्म पानी में नहाकर बच्चों से मिलते हैं। रूटीन चेकिंग में भी वह टीम और पब्लिक में सोशल डिस्टेंस जरूर करवाते हैं। चेकिंग के दौरान कई वाहन चालक मिलते हैं, जिनको इमरजेंसी नहीं है फिर भी सड़क पर घूमते हैं। ऐसे लोग स्वयं के लिए और समाज के लिए खतरा बने हुए हैं।

वह कोरोना वायरस का फैलाव कर सकते हैं। कोरोना को खत्म करने के लिए पब्लिक की ड्यूटी घर रहने की है और हम उनकी सेफ्टी के लिए फिल्ड में हैं। परिवार के लोग चिंतित रहते हैं, लेकिन उन्हें यह भी पता है कि ड्यूटी तो सर्वोपरि है। कोरोना जैसी महामारी को खत्म करने के लिए वह हर वक्त ड्यूटी के लिए तैयार हैं।



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This time is challenging, 24-hour alert has to be kept, with the team under the supervision of the city, so that no one is hungry.
This time is challenging, 24-hour alert has to be kept, with the team under the supervision of the city, so that no one is hungry.


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