दिल्ली-जयपुर हाईवे संख्या 48 पर मंगलवार को केमिकल से भरे टैंकर की ट्रैक्टर-ट्राली को टक्कर के बाद हुए हादसे के बाद बुधवार को पूरा सिस्टम हरकत में नजर आया। पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने घटना स्थल का मुआयना किया। वहीं धारूहेड़ा थाना पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए मृत 32 गायों का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस ने इस भीषण हादसे के बाद दो एफआईआर दर्ज की हैं।
4 वर्षीय बच्चे की मौत के मामले में टैंकर चालक गणपत लाल के खिलाफ केस दर्ज किया गया। जबकि केमिकल रिसने के बाद गायों की मौत मामलों में लापरवाही मानते हुए चालक के साथ ही टैंकर मालिक शैताना राम पर भी मुकदमा दर्ज हुआ। बुधवार को दोनों गिरफ्तार कर लिए गए। दोनों ही राजस्थान के जिला जालोर के रहने वाले हैं। इधर, बुधवार को बच्चे वंशु का दाह संस्कार किया गया। बच्चे की मौत से परिवार में माहौल गमगीन है।
वेटरनरी डॉक्टरों ने किया पोस्टमार्टम, फिर दफनाया
32 गायों का पोस्टमार्टम पुलिस ने कराया। इनके सैंपल वेटरनरी डॉक्टरों ने लिए। इसके बाद गायों के जहरीले केमिकल सेवन की सूचना मिलने पर गौ रक्षक दलों सहित चिकित्सालयों की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची। इस दौरान झज्जर के गोकुल धाम चिकित्सालय की टीम व संचालक सुनील निवाणा भी मौके पर पहुंचे।
यहां बीमार गायों का इलाज दिया गया। इस दौरान बावल गोरक्षा दल, रेवाड़ी गोरक्षा दल, हरियाणा गौ रक्षा दल, बजरंग दल मानेसर सहित अन्य सामाजिक लोगों ने पुलिस प्रशासन का सहयोग करते हुए गोवंश को दफनाने में मदद भी की।
मुस्तैद हुई पुलिस, रातभर मौके पर रही पीसीआर
इतनी भारी संख्या में गायों के मरने पर जिम्मेदारों की लापरवाही ही रही। इस घटना के बाद पुलिस हरकत में आ गई। रात को टैंकर व ट्रैक्टर के हादसे वाली जगह पर पुलिस की पीसीआर मौजूद रही। निखरी अंडरपास को भी बैरिकेड लगा कर बंद कर दिया गया। लोगों का इस सड़क से आवागमन भी प्रतिबंधित रहा। गेहूं को कोई पशु ना खाए इसके लिए तिरपाल लगाकर ढका गया है। सड़क पर बचे हुए केमिकल और पानी को भी साथ कर दिया गया।
दुधारू थी गायें, 6 लाख का पशुधन की क्षति : मृत गायों को लेकर चरवाहों का रो-रो कर बुरा हाल-चरवाहों के बच्चे व परिजनों रात को भी प्रशासनिक अधिकारियों के सामने मदद की गुहार लगाते रहे। वहीं सुबह चरवाहे बग्गाराम, ब्रह्माराम, नवाराम व शोक राम ने बताया कि सभी मृत गाय दुधारू थी, इन सभी मृतक गायों के छोटे-छोटे बच्चे बचे हैं।
चरवाहों ने बताया कि वह दूध बेच कर अपना गुजारा करते थे लेकिन इतनी संख्या मे गायों के मरने की वजह से उन्हें लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। उन्होंने मांग कि जिला प्रशासन उनकी मदद करें जिससे इस हादसे मे उन्हें हुए लाखों के नुकसान की कुछ भरपाई हो सके। बताया जा रहा है कि मारवाड़ी नस्ल की दुधारू गायें 18-20 हजार रुपए या इससे भी ज्यादा कीमत में बिकती हैं। इस लिहाज से 6 लाख से ज्यादा का पशुधन खत्म हो गया।
टैंकर की टक्कर के बाद पुल से गिरे थे दोनों वाहन
मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे जिले के गांव बालावास जाट निवासी आदेश ट्राली में गेहूं भरकर धारूहेड़ा क्षेत्र के गांव गढ़ी महेश्वरी जा रहे थे। आदेश के साथ उनकी मां व 4 वर्षीय बेटा वंशु भी था। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर निखरी पुल के पास केमिकल से भरे टैंकर से ट्रैक्टर-ट्राली को जबरदस्त टक्कर मार दी। इस जोरदार टक्कर के बाद ट्रैक्टर ट्राली रेलिंग तोड़ते हुए पुल से ही नीचे आ गिरे।
टक्कर की भयानकता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि ट्राली के दो टायर तो टूटकर पुल पर ही गिर गए। वहीं ट्रैक्टर -ट्राली के ऊपर ही टैंकर भी आकर गिर पड़ा। ट्राली के नीचे दबे वंशु का शरीर चिथने उसे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। कैंटर से केमिकल रिसने से गेहूं भीगे और सड़क पर फैल गया। वहां से गुजर रहे गायों के डेरे की गायों ने केमिकल से भीगे गेहूं खाए तो किसी ने केमिकल पी लिया। इससे कई गायें मर गई।
600 किमी. दूर हादसा, आरोपी-पीड़ित एक ही जिले के निवासी: राजस्थान का जालोर जिला रेवाड़ी से करीब 600 किलोमीटर दूर है। मंगलवार को टैंकर के केमिकल से गायों की मौत मामले में आरोपी टैंकर चालक वहां के करड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के कबूली की ढाणी निवासी गणपतलाल है। जबकि टैंकर मालिक जालोर के ही चितलवाना पुलिस थाना क्षेत्र के वीरावा निवासी शैतानाराम है। जबकि जिन चरवाहों की गायें मरी वो जालोर के जसवंतपुरा उपखंड के गांव थुर के रहने वाले हैं।
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