धांधली मेे कितनी भी चालाकी बरती जाए, बावजूद रिकार्ड में कोई ना कोई सबूत बच जाता है। इन्हीं सबूतों की चेन बनने पर पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होती। यही नजारा नांगल चौधरी अनाज मंडी में देखने को मिल रहा है। यहां हैंडलिंग एजेंटों ने पारदर्शिता को चकमा देते हुए बिडिंग रजिस्टर में फ्ल्यूड स्याही लगाकर कटिंग की थी, लेकिन सीटीएम की छापेमारी और छानबीन ने फर्जीवाड़े की पोल खोल दी। पुलिस ने कटिंग को फ्रॉड मानते हुए कार्रवाई आरंभ कर दी है।
बता दें कि सरसों की खरीद में व्यापारियों को हैंडलिंग एजेंट की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्हें परचेजर द्वारा खरीद करने पर तोल कराने तथा किसान को जे-फार्म देने के निर्देश थे। इस दौरान कई किसानों के पास टोकन की लिमिट के अनुसार पैदावार नहीं हुई। ऐसे किसानों को कुछ कमीशन का लालच देकर पूरी लिमिट का जे-फार्म काटने की चर्चाएं हैं। जबकि टोकन में फालतू अटैच की गई सरसों मंडी में आई ही नहीं। इसके अलावा कई टोकनों पर परचेजर को गुमराह करके बिडिंग करवा ली। पूरी लिमिट का जे-फार्म कटने पर संबंधित किसान के बैंक अकाउंट में भुगतान भी हो गया। इस तरीके से महीने भर सरकारी पैसों से कारोबार करने आशंका जताई गई है। शिकायत मिलने पर सीटीएम मनोज कुमार ने 20 मई को मंडी में छापा मारा तथा स्टॉक की वेरिफिकेशन कराई गई। सू्त्रों की मानें तो यहां भी फर्जीवाड़ा पकड़ में नहीं आया, क्योंकि कुछ हैंडलिंग एजेंटों ने एक-दूसरे का स्टॉक दिखाकर खानापूर्ति कर दी। 23 मई को खरीद बंद होने तथा गेट पर ताला लगाने पर उनकी चिंता बढ़ गई। बचाव के लिए उन्होंने बिडिंग रजिस्टर में कटिंग करने की योजना बनाई। कटिंग पर किसी की नजर नहीं पड़े इसलिए फ्ल्यूड स्याही का इस्तेमाल किया गया, किंतु इस गोलमाल की भनक सीटीएम को लग गई, उन्होंने २५ मई की शाम औचक छापेमारी करे हैफेड का बिडिंग रजिस्टर कब्जे में लिया। कई फर्मों का रिकार्ड संदिग्ध मिला। रिपोर्ट तत्कालीन कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक जे गणेशन को दी। उन्होंने कटिंग का मिलान पोर्टल से किया, फर्जीवाड़े की पुष्टि होने पर आरोपी हैंडलिंग एजेंटों पर केस दर्ज कराया है।
1800 क्विंटल सरसों की घटत भी चर्चा का विषय
मंडी सूत्रों का मानना है कि प्रशासनिक कार्रवाई का शिकंजा कसने पर कई एजेंट राजस्थान की सरसों से स्टॉक पूरा नहीं कर पाए। इन हालातों में उन्होंने कट्टों को अंडरवेट करके नग पूरे कर दिए। हैरानी वाली बात है कि 20 मई के बाद अचानक घटत कैसे बढ़ गई। सू्त्रों का कहना है कि 50 किलोग्राम वाले बैग में 35 किलोग्राम की पैकिंग कर दी, जिस कारण एक ही ट्रक में 50 क्विंटल से अधिक घटत आ गई। नांगल चौधरी मंडी में रिकार्ड 1800 क्विंटल शाॅर्टेज सरसों की रिकवरी हुई है।
लाइसेंस कैंसिल वाले नोटिस का जवाब पेंडिंग
कृषि विपणन बोर्ड के डीएमयू श्यामसुंदर ने बताया कि खरीद प्रक्रिया में धांधली के आरोपियों को लाइसेंस कैंसिल के शो-कॉज नोटिस दिए थे। मुख्य प्रशासक का तबादला होने के कारण पहली तारीख पर सुनवाई नहीं हो सकी। दूसरी तारीख की सूचना अभी नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि फ्ल्यूड स्याही से रिकार्ड बदलने वाले आरोपी हैंडलिंग एजेंटों के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया, जिसकी निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
रिकार्ड में कटिंग मिलने से फर्जीवाड़े की हुई पुष्टि
थाना प्रभारी राजकरण ने बताया कि हैफेड के नांगल चौधरी मंडी के 6 हैंडलिंग एजेंटों के खिलाफ षडयंत्र व फर्जीवाड़े का मामला दर्ज है। बिडिंग रजिस्टर में फ्ल्यूड स्याही की कटिंग और अंकों के साथ छेड़छाड़ मिलने से फर्जीवाड़े की पुष्टि हो रही है। डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी जल्द ही जांच पूरी करके पुलिस अधीक्षक को सौंप देगी। इसके बाद गिरफ्तारी की प्रक्रिया आरंभ हो पाएगी। दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।
नियम : रजिस्टर में पूरी कमेटी के हस्ताक्षर होने अनिवार्य है
विभाग के मुताबिक खरीद में बिडिंग रजिस्टर अहम रिकाॅर्ड होता है, जिसमें अनुमानित आवक तथा वास्तविक वजन अंकित होता है। दैनिक खरीद पर पूरी कमेटी के हस्ताक्षर होने चाहिए, कमेटी में मार्केट कमेटी, हैफेड तथा मार्केटिंग सोसायटी के कर्मचारी शामिल होते हैं। किसी विशेष परिस्थितियों में उच्चाधिकारियों की निगरानी में पूरी कमेटी के हस्ताक्षरों से कटिंग संभव है।
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