निजी अस्पताल, फिजिशियन और केमिस्ट को मरीजों का रोज तैयार करना होगा डाटा

बुखार, सर्दी, गले में संक्रमण, फ्लू, सांस संबंधी तकलीफ और इससे मिलते-जुलते लक्षणों की दवाई खरीदने वाले व्यक्ति या रोगी का नाम, मोबाइल नंबर व पूरा पता दर्ज कर रिकॉर्ड को रोजाना कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज और सिविल सर्जन करनाल को ईमेल केजरिए भेजना होगा।
डीसी निशांत कुमार ने बताया कि मेडिकल स्टोर, मेडिकल व केमिस्ट की दुकानें, जन औषधी शॉप, डॉक्टर विशेषकर जनरल फिजीशियन, जो प्राइवेट क्लीनिक चला रहे हैं और रोगी अथवा व्यक्तियों को फ्लू व सांस संबंधी लक्षणों की दवाइयों की बिक्री कर रहे हैं इन सभी पर यह आदेश लागू होगा। सिविल सर्जन इस तरह की दुकानों व जनरल फिजीशियन का रोजाना डाटा एकत्र करने का प्लान बनाकर कोविड-19 के तहत ऐसे रोगियों का पता लगाएगा और तैयार सूची को रोजाना ईमेल से कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के निदेशक को शेयर करेंगे। यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है।अगले 21 जून तक प्रभावी रहेगा।

ब्लॉक लेवल पर बनाई गईं सर्वे टीमें

सिविल सर्जन अश्वनी आहुजा ने बताया कि 14 लाख 48 हजार ग्रामीण आबादी की एक बार स्वास्थ्य की जांच की जा चुकी है। अब दूसरे दौर की जांच शुरू कर दी है। ब्लॉक लेवल पर बनाई गई टीमें घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रही हैं। टीम में एक आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर और बीएलओ शामिल हैं। इस टीम के पास करीब 200 घर होते हैं और एक हजार की आबादी होती है। अगले दो दिन में यह जांच पूरी हो जाएगी।

मंडी या और जगह काम कर सकते हैं मजदूर

जिला प्रशासन होम शेल्टरों में रह रहे मजदूरों का डाटा तैयार कर रहा है। मजदूर किस प्रदेश का रहने वाला है, कौनसा जिला है, किस गांव या शहर का है इसका पूरा डाटा तैयार किया जा रहा है। मजदूरों को पिछले 28 दिनों से हर सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। प्रशासनिक अधिकारियों ने मजदूरों से मंडियों या अन्य जगह काम करने के लिए उनसे पूछा है। हालांकि अभी कोई काम करने के लिए तैयार नहीं है।

12 दिन से कोई केस नहीं आया, लोग घरों में रहेंगे तो मिलेगी छूट

डीसी ने कहा कि करनाल जिले के लिए अच्छी खबर है कि पिछले 12 दिनों से कोई भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है। सभी निगेटिव रिपोर्ट आ रही हैं। लोग ऐसे ही घरों में संयम से रहे। अगले दो-तीन दिनों में कोई पॉजिटिव केस नहीं आया तो लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। करनाल जिला ग्रीन जोन में आ जाएगा। इसलिए लोगों को थोड़ा और संयम बरतने की जरूरत है।

कोरोना के संदिग्ध 62 मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे

डीसी ने सिविल सर्जन की रिपोर्ट के अनुसार बताया कि जिले में कोरोना वायरस से संदिग्ध कुल 792 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए ,इनमें से 724 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 62 की रिपोर्ट आना शेष है। जिले में अब तक 6 पॉजिटिव केस पाए गए थे, जिनमें से 5 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं तथा एक मरीज की मृत्यु हो गई थी। सिविल सर्जन डाॅ. अश्विनी आहुजा ने कोविड-19 की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया कि जिला में अब तक विदेश से आए यात्रियों की संख्या 1225 हो चुकी है, जिनमें से 1012 व्यक्ति 28 दिन या इससे अधिक दिनों का सर्विलांस समय पूरा कर चुके हैंं, 213 व्यक्ति अभी सर्विलांस पर हैं। इन 213 में से 69 व्यक्ति 14 दिनों तथा 144 व्यक्ति 28 दिनों के लिए सर्विलांस पर हैं।

वेब पोर्टल पर इलेक्ट्रीशियन व प्लंबर की ले सकते हैं सेवाएं

लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के कारण शहर के लोगों को घरों में बिजली और नलों में खराबी को लेकर परेशानी हाे रही है। लोगों की इसी परेशानी को देखते हुए प्रशासन ने इन समस्याओं का समाधान निकाला है। अब आम लोग होमो फिक्स करनाल डॉट इन नामक वेब आधारित पोर्टल के माध्यम से इलेक्ट्रीशियन और प्लंबर जैसी आवश्यक सेवाएं घर पर ही ले सकते हैं।


आर्टिकुलेट सॉल्यूशंस के सहयोग से विकसित किया पोर्टल

डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि इस पोर्टल को आर्टिकुलेट सॉल्यूशंस के सहयोग से विकसित किया गया है। इलेक्ट्रीशियन और प्लंबर की सेवाओं का लाभ उठाने के लिए नागरिक इस पोर्टल पर जा सकते हैं और उपलब्ध स्लॉट्स से किसी भी निश्चित दिन व समय के लिए अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। इस पोर्टल पर सेवा शुल्क व स्पेयर पार्ट्स की दरें प्रशासन द्वारा निर्धारित नहीं की गई हैं। सेवा देने वाले और सेवा लेने वाले नागरिक आपसी सहयोग से सेवाओं और शुल्क का आदान-प्रदान कर सकते हैं।

लॉकडाउन के सभी नियम करने होंगे फाॅलो
इलेक्ट्रीशियन और प्लंबर को दैनिक तापमान जांच और स्वास्थ्य निगरानी सुनिश्चित करनी होगी। सर्जिकल मास्क, दस्ताने और सेनिटाइजर का प्रयोग जरूरी है। इसके अलावा नियमित रूप से अपने सभी औजारों और उपकरणों को सेनिटाइज करना भी जरूरी होगा। इलेक्ट्रिशियन और प्लंबर के स्वास्थ्य और सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिला प्रशासन कोविड-19 के फैलाव से बचने के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय कर रहा है। कोविड-19 के लक्षणों को देखते हुए सेवा प्रदाताओं को कोरोना के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाएगा।



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Private hospital, physician and chemist will have to prepare data of patients daily


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