
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने शुक्रवार रात को अचानक बिना किसी पूर्व सूचना के दसवीं कक्षा का परिणाम जारी कर दिया। इस बार परीक्षा का परिणाम पिछले 10 वर्षों में सबसे बेहतर रहा। अगर जिला अनुसार बात करें तो पिछली बार दूसरे नंबर पर रहा जिला रेवाड़ी इस बार टॉपर हैं।
रेवाड़ी कुल 70.97 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। वहीं, पिछले वर्ष टॉप पर रहा जिला चरखी दादरी आठवें स्थान पर खिसक गया। परिणाम में सबसे ज्यादा सुधार यमुनानगर जिले में हुआ है। पिछले वर्ष यमुनानगर प्रदेश में सबसे फिसड्डी था और केवल 42.24 प्रतिशत ही था, लेकिन इस बार यमुनानगर प्रदेश में छट्ठे स्थान पर है और कुल 67.96 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं।
खास बात यह है कि इस बार शिक्षामंत्री भी यमुनानगर जिले से ही हैं। मेवात जिला जो पिछली बार टॉप-5 में 5वें स्थान पर था, वह इस बार प्रदेश में सबसे फिसड्डी साबित हुआ है। मेवात में केवल 56.18 प्रतिशत ही बच्चे पास हुए हैं। इस बार के टॉप बच्चों में सबसे ज्यादा बच्चे हिसार जिले के हैं, लेकिन जिलों के मामले में हिसार प्रदेश में आठवें स्थान पर है। प्रदेश का ओवरआॅल पास प्रतिशत इस बार 64.59 प्रतिशत रहा। प्रदेश के 11 जिले ऐसे हैं, जिनका पास प्रतिशत इस ओवरआॅल प्रतिशत से ज्यादा रहा और 11 ही जिलों का इससे कम रहा।
गणित में सबसे ज्यादा 75 हजार बच्चे हुए फेल
इस बार 10वीं कक्षा के बच्चे गणित की परीक्षा में सबसे ज्यादा कच्चे निकले। कुल 75539 बच्चे गणित की परीक्षा में फेल हो गए। वहीं, अंग्रेजी की परीक्षा में फेल होने वालों की संख्या 60 हजार से ज्यादा रही। सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि फिजिकल एजुकेशन में भी 30 हजार से ज्यादा बच्चे फेल हो गए।
फिर आगे निकला शहरी क्षेत्र : पिछले वर्ष ग्रामीण क्षेत्र का परिणाम शहरी क्षेत्र से बेहतर रहा था। ग्रामीण क्षेत्र में कुल 58.49 प्रतिशत तो शहरी क्षेत्र में केवल 54.19 प्रतिशत बच्चे पास हुए थे, लेकिन इस बार शहरी क्षेत्र में कुल 65 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 64.39 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। यानि शहरी क्षेत्र पिछले साल पिछड़ने के बाद इस बार फिर से आगे निकल गया है।
टॉप-3 स्थान के लिए 15 बच्चों ने मारी बाजी
इस बार के परिणाम में टॉप 3 स्थानों के लिए 15 बच्चों ने बाजी मारी है। इसमें पहले स्थान पर 1, दूसरे स्थान पर 5 और तीसरे स्थान पर 9 बच्चे हैं। इन 15 में 14 लडकियों ने स्थान बनाया है जबकि लडका केवल एक ही है। इन 15 नामों में से 9 बच्चे अकेले हिसार जिले के हैं। पहले 7 बच्चे भी हिसार जिले से ही हैं। टॉप बच्चों में सबसे ज्यादा नारनौंद क्षेत्र के हैं। टॉप तीन के लिए 15 नामों में रेवाड़ी के 3, जींद, रोहतक और कैथल का एक-एक बच्चा है।

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